अगर तुम मेरे पे विश्वास रखोगे तो तुम्हारा कभी अहित न होगा
मेरा ये वचन याद रखना, चाहे बदल जाये मेरा शारीरिक चोगा
याद रखो मुझी में दिखेंगे शंकर, इसी में दिखेगा भोला
चलो मेरे संग, मैं जब भी जाता हूँ भिक्षा लेने लेके झोला
तुम किसी का कुछ मत बिगाड़ना, तुम्हारा कोई न बिगाड़ पायेगा
पूरी प्रकृति तुम्हारी रक्षा करेगी, मेरा तू सदा आशीष पायेगा
द्वारिका माई के जब भी दर्शन करोगे मन को रखके सच्चा
कोई न जब कोई लोभ होगा, जैसे होता है इक निर्दोष बच्चा
तब मैं तुम्हे दर्शन दूंगा तुम्हारे अंतर्मन में हो जायेगा प्रकाश
इस धरती से उठके तुम ऊपर उठोगे और छु लोगे आकाश