ज़िन्दगी की जंग है इक सागर में उतरे हुए जहाज़ की तरह ओ भाई
जिसने इसमें गहरी छलांग ली, उसी बहादुर मानव ने सफलता है पाई
जो किनारे पे खड़े लहरों से दर जाते हैं
जो सागर के असीम थपेड़ों से खौफ खाते हैं
वो कभी भी गहराई का अंदाज़ नहीं लगा पाते हैं
तो चलो उठो और कस लो कमर जोर से
मत घबराओ तूफानों के वेग और शोर से
नापो अपने क़दमों के तले सागर की गहराई
वर्ना तुमसे दूर भागेगी तुम्हारी अपनी परछाई
अपने इरादे करो इतने मज़बूत सागर से भी आगे
की कठिनाई भी तुम्हे देख के सरपट सरपट भागे