The Unexplained: Musings of the Mind
आज कलम खामोश क्यूँ कुछ उदास है क्यों इक अनकही बात की कोई आस है आज कुछ यूंही रिश्तों का दौर आया याद क्या था खूबसूरत समां न कोई फ़रियाद आज भी रिश्ते तो शिद्दत से निभाते हैं जो गुज़रे दौर के ज़माने याद आते हैं वजह तो कुछ और है पर उसे छुपाते हैं […]