Nirbhaya or Aseefa, Girls Are All Equal
ऐसी भी क्या चली हवा, देखो क्या इंसान हो गया क्या मज़हब की वजह से, इतना वो शैतान हो गया जिस मज़हब का असली मकसद था बस्ती बसाना वो वीरानों की वजह और नफरत का पैगाम हो गया नहीं रहे सब बच्चे अपने, कहाँ है वो ईमान खो गया कंजक का अगर धर्म दूसरा, उसका […]