Spread the wings to fly high in the sky
ए गगन के पंछी यूं ज़मीन पे बैठ कर क्यूँ आस्मां देखता है पंखों को खोल कर ऊंचे उडो ज़माना सिर्फ उड़ान देखते है सागर की लहरों की तो फितरत ही है ऊंचा शोर मचाने की मंजिल तो उसी को मिलती है जो नज़रों में तूफ़ान देखता है यहाँ परिंदे तो अपनी मौज में रहते […]